Saturday, April 24, 2021

Ladki Jab Se Dekhi ,Din Me Tare Deekh Gaye |Kishor |Poetry | PoemNagari

तू टूटा हुआ ट्रैक्टर थी
 मैं तुमको कार समझ बैठा
जिसने मेरे पढ़ाई को डुबोया 
उसी को प्यार समझ बैठा
मैं तो समझता था कि 
तू तो निर्मल ,निर्झर ,पावन गंगा है
पर जिसने मेरे कैरियर को जलाया 
तू तो वही पतंगा है
मंजनू आशिक कहके तुम मुझको दीवाना बनाती रही 
रोज मुझसे दिल की बातें करने
 पंकज स्वीट में बुलाती रही
मेरे दोस्त कहते थे कि 
तू तो मेरे चरणों की दासी है 
मगर मुझे लगता है 
तू मेरे कैरियर की प्यासी है
लड़की जब से देखी 
दिन में तारे दिख गए 
बाल झाड़ना जींस पहनना फैशन करना सीख गए
मेरी अच्छी खासी किस्मत को 
तूने आके फोड़ दिया 
मैं अकेला ही अच्छा था 
न जाने कहां से रिश्ता जोड़ लिया ।

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