तू टूटा हुआ ट्रैक्टर थी
मैं तुमको कार समझ बैठा
जिसने मेरे पढ़ाई को डुबोया
उसी को प्यार समझ बैठा
मैं तो समझता था कि
तू तो निर्मल ,निर्झर ,पावन गंगा है
पर जिसने मेरे कैरियर को जलाया
तू तो वही पतंगा है
मंजनू आशिक कहके तुम मुझको दीवाना बनाती रही
रोज मुझसे दिल की बातें करने
पंकज स्वीट में बुलाती रही
मेरे दोस्त कहते थे कि
तू तो मेरे चरणों की दासी है
मगर मुझे लगता है
तू मेरे कैरियर की प्यासी है
लड़की जब से देखी
दिन में तारे दिख गए
बाल झाड़ना जींस पहनना फैशन करना सीख गए
मेरी अच्छी खासी किस्मत को
तूने आके फोड़ दिया
मैं अकेला ही अच्छा था
न जाने कहां से रिश्ता जोड़ लिया ।