Thursday, June 10, 2021

Jiwan-Mantra ||Short Videos Series || Part-32||Kabir Das || PoemNagari

चन्द्रमा भी उतना शीतल नहीं है और हिम यानी बर्फ भी उतना शीतल नहीं होती जितना शीतल सज्जन पुरुष हैं। सज्जन पुरुष मन से शीतल और सभी से स्नेह करने वाले होते हैं।


नहीं शीतल है चंद्रमा, हिम नहीं शीतल होय ।
कबीर शीतल संत जन, नाम सनेही होय ।

The moon is also not as cold and the snow is not as cold as the cool gentlemen. Gentlemen are cool in heart and loving to all.

nahin sheetal hai chandrama, him nahin sheetal hoy .
kabeer sheetal sant jan, naam sanehee hoy .

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