Thursday, June 17, 2021

Jiwan-Mantra||Short Videos Series||Part-52||Kabir Das || PoemNagari || कबीर दोहे

जैसे आँख के अंदर पुतली है, ठीक वैसे ही ईश्वर हमारे अंदर बसा है। मूर्ख लोग नहीं जानते और बाहर ही ईश्वर को तलाशते रहते हैं।

ज्यों नैनन में पुतली, त्यों मालिक घर माँहि।
मूरख लोग न जानिए , बाहर ढूँढत जाहिं


Just as there is a pupil inside the eye, so God resides in us. Foolish people do not know and keep looking for God outside.

jyon nainan mein putalee, tyon maalik ghar maanhi.
moorakh log na jaanie , baahar dhoondhat jaahin


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