Saturday, June 12, 2021

Ummid Jaruri Hai || Poetry ||Kishor ||PoemNagari

जब सारी दुनिया अपने ही घर में कैद है और यह भी पता नहीं है कि कब बाहर सब कुछ ठीक होगा उस समय सबसे ज्यादा उम्मीद की जरूरत होती है एक विश्वास की , और एक ऐसे एहसास की जरूरत होती है जो हिम्मत को टूटने ना दें धैर्य को मजबूती के साथ कायम रखें और उसी वक्त में अपनों के सहयोग और प्यार की भी सबसे ज्यादा जरूरत होती है , कोई भी निराशा में जाने ना पाए यह भी हमारा नैतिक जिम्मेवारी बन जाता है। विश्वास है कि आप अपना और अपनों का बहुत-बहुत ख्याल रख रहे होंगे,

इस वक्त में 
उम्मीद जरूरी है ,
बिखरते सांसो की 
थाम ले कोई डोर 
जरूरी है,
इस वक्त में 
उम्मीद जरूरी है ,
मौत के भयावह डर से
मर रहे लोग हलचल से,
होले से कंधे पे 
सहसा एक हाथ जरूरी है ,
इस वक्त में 
उम्मीद जरूरी है ,
मिले प्यार की झप्पी,
ऐसा एहसास जरूरी है,
इस वक्त में 
उम्मीद जरूरी है 

दुनिया के अधिकांश लोग इस दौर में आर्थिक और मानसिक रूप से पहले से बहुत ज्यादा कमजोर हो गए होंगे और उनको हमारी जरूरत हैं। 

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