उनमें से एक तो यह की चांद सी महबूबा हो , जिसका किसी से कोई हो ना चक्कर ,,,, ऐसे ख्याली पुलाव मन बनाता रहता है और धीरे-धीरे वक्त गुजारता जाता है ,एक Time ऐसा भी आता है जब किसी मृगनयनी से नजरें टकराती है और मन का सितार वो 3Idiots movie वाला Song गुनगुनाने लगता है ।
Gungunati hain yeh hawayein
Gungunata hai gagan
Gaa raha hai yeh saara aalam
Zoobi doobi zoobi doobi pum paara
Zoobi doobi param pum
Zoobi doobi zoobi doobi naache kyun
Paagal stupid mann
सचमुच में कुछ ऐसी Stupid सी घटनाएं घटती हैं
जैसे कि
Shaakhon pe pattey gaa rahe hain
Phoolon pe bhanvre gaa rahe
Deewani kirine gaa rahi hain
Yeh panchhi gaa rahe
Ohhh..
Bagiya mein do phoolon ki
Ho rahi hai guft-gu
Jaisa filmon mein hota hai
Ho raha hai hu-bahoo
Iiiii iii..
Stop !! Stop !!!
कहां खो गए जनाब ,जरा ठहरिए,
दो से ढाई घंटे की फिल्म में बेचारे क्या-क्या दिखाएंगे,
Real life में हर एक मजनू को यही लगता है कि उसकी गर्लफ्रेंड स्वर्ग की परी है वही दो-तीन साल के बाद वही स्वर्ग की परी किसी हॉरर मूवी की ghost की तरह दिखने लगती है। एक ऐसे ही आशिक को final year तक आते-आते जब future का वाट लगता दिखता है , तब उसे आत्मज्ञान का बोध होता है उसके मन के उद्गार कुछ इस प्रकार poetry के माध्यम से प्रस्तुत है
गौर फरमाइएगा , की
तू टूटी हुई ट्रैक्टर थी
मैं तुमको कार समझ बैठा
जिसने मेरे पढ़ाई को डुबोया
उसी को प्यार समझ बैठा
मैं तो समझता था कि
तू तो
निर्मल ,निर्झर ,पावन
गंगा है
पर जिसने मेरे कैरियर को जलाया
तू तो वही पतंगा है
मंजनू आशिक कहके
तुम मुझको दीवाना बनाती रही
रोज मुझसे दिल की बातें करने
Candy स्वीट्स में बुलाती रही
मेरे दोस्त कहते थे कि
तू तो मेरे चरणों की दासी है
मगर मुझे लगता है
तू मेरे कैरियर की प्यासी है
लड़की जब से देखी
दिन में तारे दिख गए
बाल झाड़ना जींस पहनना फैशन करना सीख गए
मेरी अच्छी खासी किस्मत को
तूने आके फोड़ दिया
मैं अकेला ही अच्छा था
न जाने कहां से रिश्ता जोड़ लिया ।
आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया , इतने प्यार से सुनने के लिए ।
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