Thursday, June 17, 2021

Jiwan-Mantra||Short Videos Series||Part-44||Kabir Das || PoemNagari || कबीर दोहे

रात को सोते हुए गँवा दिया और दिन खाते खाते गँवा दिया। आपको जो ये अनमोल जीवन मिला है वो कोड़ियों में बदला जा रहा है।

रात गंवाई सोय के, दिवस गंवाया खाय ।
हीरा जन्म अमोल सा, कोड़ी बदले जाय ।

He lost his sleep at night and lost his food during the day. The precious life that you have got is being converted into whips.

raat ganvaee soy ke, divas ganvaaya khaay .

heera janm amol sa, kodee badale jaay .

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