Thursday, June 17, 2021

Jiwan-Mantra||Short Videos Series||Part-56||Kabir Das || PoemNagari || कबीर दोहे

 जीवन में संतुलन होना अति आवश्यक है।
कहते हैं कि ज्यादा बोलना अच्छा नहीं है और ना ही ज्यादा चुप रहना ही अच्छा है जैसे ज्यादा बारिश अच्छी नहीं होती और बहुत ज्यादा धूप भी अच्छी नहीं है।

अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप,
अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप

It is very important to have balance in life.
 It is said that it is not good to speak too much and it is not good to be silent too much like too much rain is not good and too much sun is not good either.

ati ka bhala na bolana, ati kee bhalee na choop,
ati ka bhala na barasana, ati kee bhalee na dhoop


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