Thursday, June 17, 2021

Jiwan-Mantra||Short Videos Series||Part-48||Kabir Das || PoemNagari || कबीर दोहे

तिनके को पाँव के नीचे देखकर उसकी निंदा मत करिये क्यूंकि अगर हवा से उड़के तिनका आँखों में चला गया तो बहुत दर्द करता है। वैसे ही किसी कमजोर या गरीब व्यक्ति की निंदा नहीं करनी चाहिए।

तिनका कबहुँ ना निंदये, जो पाँव तले होय ।
कबहुँ उड़ आँखो पड़े, पीर घानेरी होय ।

Do not condemn the straw by looking at it under your feet because if the straw gets blown into the eyes by the wind, it hurts a lot. Similarly, one should not criticize a weak or poor person.


tinaka kabahun na nindaye, jo paanv tale hoy .
kabahun ud aankho pade, peer ghaaneree hoy .


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